आज लड़कियां हारी नहीं हैं
बल्कि दब गई इनमें चिंगारी है।
अगले ओलंपिक बनके शोला दहक उठेगीं
तब पड़ने वाली दुनिया पर ये भारी हैं।
जितना तपता सोना है
उतना निखार आता है।
आज नहीं तो क्या हुआ
कल हमें जीतना आता है।
पहुंच सेमीफाइनल मान तो देश का बढा ही दिया
बस पदक जीतना बचा है
ऐसे ही जज्बा बरकरार रहे
अगले ओलंपिक स्वर्ण तमगा पक्का है।
विजेता की तरह आपका
स्वागत वापसी पर पक्का है
पलकों पर बिठाएगा यह देश आपको
Definitely they have made the whole country proud of themselves.
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