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Showing posts from April, 2021

कोरोना से जंग

कोरोना की जंग में ना करो हृदय तंग अफवाहें छोड़कर टीके लगवाओ मन में भरकर त्योंहार जैसी उमंग कोरोना का नाम तो मिट ही जाए दुनिया भी देख- देख रह जाये दंग।।

देह

यह हमारी मिट्टी की देह व्यर्थ है इससे स्नेह है। कभी सुख का प्रकाश इसमें कभी दुख का तिमिर छाया प्राणों की वीणा से सजता यह घर किसी का बसाया। करुणा हमें शीतल करती मोह विवेक हर लेता प्यार जीवन में है वह सोता जब यौवन अंगड़ाई भरता। पीड़ाओं की आंधी से जीवन में उठते राग बिछोह यह हमारी मिट्टी की देह व्यर्थ है इससे स्नेह। स्वार्थ की वल्लरियां अनायास आंखों पर चढ़कर सोचने नहीं देती कभी अपनो से आगे बढ़कर बालपन उषा समान जिसकी किरणें ऊर्जावान श्रमित जरा संध्या समान लेकर आती तिमिर का भान कोमल पुष्प सी कठोर कुलिश सी सत्य का है कहां अवगाह यह हमारी मिट्टी की देह व्यर्थ है इससे स्नेह ।

लाइलाज आपदा

लड़खड़ा रही है जिंदगी ऐसे एक मुकाम पर कहने को डॉक्टर तो बहुत हैं पर लगाम नहीं है मात्र एक आयातित जुकाम पर।। # On loss of my batchmate Vijay Shiwhare to the pandemic. Keval bachav hi upay ha.

निमझर की छोंक वाला रायता

कल मैंने नीम पुष्प (निमझर) के बारे में एक पोस्ट डाली थी ।आज मैंने निमझर से रायता बनाया है जिसका संक्षिप्त विवरण‌ नीचे दिया जा रहा है। राजस्थान में रायता गर्मी में विशेष रुप से पसंद किया जाता है और इसमें रोटी चूर कर खाई जाती है। रायते के अवयवों को पकाया नहीं जाता और मूल स्वरूप में ही रखा जाता है यानी कि खाद्य पदार्थों जैसे दही और प्याज की मूल स्थिति बरकरार रखी जाती है। निमझर का रायता निम्न प्रकार बनाया जाता है:- एक आदमी के लिए: सबसे पहले एक बड़े प्याले में २५० ग्राम दही और एक कप पानी‌ और नमक( स्वादानुसार) लेकर इसको फेंट लेते हैं । फिर इसमें‌ एक मध्यम आकार का बारीक कटा हुआ प्याज और स्वादानुसार लाल मिर्ची पाउडर मिला लेते हैं। अब एक नॉन स्टिक कढ़ाई में एक बड़ा चम्मच देशी घी लेकर उसे मीडियम आंच पर गर्म करते हैं और गर्म होने पर इसमें थोड़ी सी हींग, थोड़ी सी हल्दी और आधा छोटा चम्मच निमझर डालकर गर्म करते हैं जब निमझर का रंग भूरा हो जाए तब जो प्याले में‌ दही का मिश्रण बनाया था उसको इस नॉन स्टिक कड़ाई में डाल कर छोंक में घुमा कर गैस तुरन्त बंद कर दी जाती है। इस छोंक‌ की खुशबू से पूरी रसोई

Nimjhar( Nimb/Neem flowers)

Prepared and stored "Nimjhar( Nimb/ neem flowers) for the year 2021-22 for consuming in "raita" . This is the natural antibiotic easily available everywhere in India . Those who have enough time to collect, dry and pluck the nimb flowers , it is a best natural antibiotic and a best use of time for them also. This is second saturday and I have done a good use of it. About Neem I can say that :- यत्तदग्रे विषमिव परिणामेअमृतोपमम् तत्निम्बपुष्पं प्रोक्तंकिटाणु नाशनमं ।।

मरुस्थल में अंगूर

बन बादली तू आई स्नेह और उल्लास लेकर       जब तूने मेरे मार्ग को अख्तियार किया       तब मैं उपकृत हुआ       अब ओनर्स से मास्टर डिग्री लेने पर       मैं सचमुच तर गया सच में तुमने लिख दिया फिर मेरा इतिहास नया        मैं कभी नींद से अभिसार करता       कल्पनाओं में खो कर     ‌ लोग मुझे अज्ञान कहते      मरुस्थल में अंगूर उगाने का नाम लेकर मिट गई कुछ तो पीर मेरी जब तूने लिखा मेरा इतिहास नया ।। # On getting M.Tech. with Honours in Power System Engineering by my daughter. ‌ ‌

कोष मूलो दण्ड:

तीन शब्दों का यह वाक्य जिसने पिछले तीन‌ दिन से उड़ा दी थी मेरी नींद आया है जो कौटिल्य अर्थशास्त्र से सदियों से होकर प्रवीण आज भरी जब आय विवरणी तो पाया नहीं‌‌ कोई‌ कागज इससे विहीन बातें की‌ और गूगल किया तो पाया कुछ ऐसा सार साझा कर रहा हूं सबसे आप करना इस पर विचार कोष तो है राजस्व मूल से मतलब आधार दण्ड प्रतीक है राज्य प्रशासन का जिससे विकास बनता साकार इस तरह इस वाक्य का मतलब है "राजस्व राज्य प्रशासन‌ का आधार " इसलिए बिना डर करें इसका सत्कार और बनें देश के विकास में भागीदार।