थां नै घणी घणी बधाइयां देवै परदेश रा लोग नै लुगाइयां म्हे था नै निरबिरोध जीतायां हां मान सूं म्हे जाणां म्हानै बडभागी जदै थे आया अठै बडे चाव सूं अबै थे बिराजोला बडी पंचाट म...
अरे !रेशनल ग्रुप ना कभी तू रहना चुप जगोटा की जाग से बांगा की बांग से उठ जाया कर देबू से रोज फूल नए मंगाया कर अगर महसूस हो गम युद्धि, विशु ,देबू कर देंगे कम फिर भी यदि ना हो कम आलोक,...
तुम्हारा पवित्र स्नेह है सूर्य की लालिमा में रोज देखा करती हूं नाश्ते के पहले कोर के स्वाद में रोज अपना बचपन महसूस करती हूं दोपहर के सूर्य के तपते तेज में रोज तेरा ही अक्स ...
वैसे तो अभी वक्त नहीं है तथ्य और पथ्य जानने का कुनबा तेरा सशक्त नहीं मोल है उसका आने का एक बात शाश्वत है जोखिम तभी लो जब हो कुछ पाने का तपे हुए सोने पर से विश्वास ना कभी डिगाने ...
चुप्पी के कई अर्थ हैं चुप्पी ना कभी व्यर्थ है चुप्पी हो कश्मीर में दुनिया चिंतन करती है पाक हल्ला करता है किंकर्तव्यविमूढ़ बनता है गुंडे की तरह रेल बंद, व्यापार छोड़ देता ...
पांच अगस्त दो हजार उन्नीस सरकार वही काम उत्साही भारत जनमानस की आशा पूरित भयी बेहतरीन तैयारी सब पर भारी मिट गया नासूर घाटी की फिजा में आया नया शुरूर आतंक का मगर सदमे में आं...