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Showing posts from October, 2019

पतझड़ में रीयूनियन

आओ दोस्तों कुरुक्षेत्र बनाएं कुछ कोलाज ख्याल नये-पुरानों का कुछ यों हो हमारी मुलाकात देख हरे हो जाएं पतझड़ के पात। तारीख है तीस नवंबर भूल जाएं इस दिन सब आडंबर लोटें फिर से ...

यार अनोखा, दिल का चोखा

अनिल नेगी नमकीन मैगी बड़ा कर्म योगी दिखाए और्गी(orgy) निकाले तेल हाई कृष्ण कन्हाई मिलो इससे तो लगे सगा भाई पिये वाइन खाए वेज-नॉनवेजवा देखो इह है रामनगर वाला बच्चुआ कभी दिखाइए ...

कूलर के बहाने

आज मैंने वक्त का इशारा समझा और कूलर साफ किया कूलर के भी हत्थे मेरे हाथ में आए दर्द उसने भी अपना साझा किया बोला चलता हूं इसलिए कि डर है मेरी जगह कोई ऐ .सी. ना ले ले वरना शरीर मेरा ...

एक सुरूर

बस वह , वह है कोई रिश्ता नहीं है कोई किस्सा नहीं‌ है उसकी शोखियां ही शोखियां हैं वह ऐसी कि अपने ही सुरूर में मस्त उसकी रेशम सी जुल्फों से हो गए हम पस्त गुलाब की पंखुड़ियों से औ...

रतनगढ:मेरे बचपन का शहर

ओ मेरे बचपन के शहर तू रहा मेरा जवानी का घर तेरी सर्पिली स्टेशन रोड जो अभी बता देगी कितना मैं जीवन में चला पैदल और कितना था मेरा बाल स्वावलंबन इस रोड़ पर आगे कितना सुंदर रामच...

Law & Justice

Natural law of Justice Cause invites decision Law of politics Decision invites cause Law of happy married life Avoid decision, fulfill cause Law of religion No cause, no decision Everything is a false perception Law of poetry Go through every cause & every decision Present into words as a fiction