राजेश है बिजली वाला जिसका फोन एक रिंग में उठता है मेरी भी धारणा यही बन गई शायद रिंग में भी मीटर चलता है राजेश कैथल से आता है जो मेरे रास्ते में पड़ता है ज्यादा कुछ बोल नहीं सकता राजेश मूछों वाला बंदा है मर्द की मूछें बैल के सींग प्रभाव जमाते दुगुना चाहे पृथ्वी चाहे प्रताप या हो भील करणा एक बात तय है इनसे सामंजस्य से ही रहना वरना अंडर फ्रीक्वेंसी पर ट्रिप पड़ेगा होना तेरा जन्मदिन विश्वकर्मा वाला इसीलिए तू है अद्भुत प्रतिभा और सृजनशीलता वाला अब बधाई बहुत हुई कर कोई 'रेक' वाला उचाला तू नाचे गाये झूमे तो हमे याद आये मधुशाला या फिर कोई सीन हॉस्टल की छत वाला।।