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Showing posts from February, 2018

HBD Rajeev Nijhawan

Rajiv Nijhawan,Rajiv Nijhawan, Always dressed fine, dressed fine. Sporty nature and Jolly mind, Always kind ,always kind. During college been a guide, To  swim me against the tide. Soni,Gupta - circuit theory, M. I. Of AK Sawhney, even  today are with mine. Inspired by your Malviya Nagar, I bought a nest nearby in Pratap Nagar. In the hope of meeting there, I spent  10 long years there. I still cherish the memories Of those high dosage of ice- cream And full " Pateela" fruit - creams. Wish to enjoy that again , Before my teeth go in vain. Thirty years have passed by, You have become an NRI. Still Facebook connects us, as an Illusion of face to face. You  make naughty comments Like I am "chela " of you& Ranga, I want to advise again sir Don't take such kind of "panga". Wishing happy birthday Mr Nijhawan. With tons of cake and a carat wine. With tons of cake and a carat wine.

पत्ते की उड़ान

घाटी रूपी इस भवसागर में, जीवन एक  छोटा पत्ता है एक दिन पत्ते ने पेड़ छोड़ा सुखद उड़ान की आस में, लेकिन उसे पता न था उड़ान के फेर में कितनी बार गिरना है, वह गिरा फिर उठा उठ कर फिर गिरा इस गिर -उठ  गिर -उठ के फेर में, ना जाने कितनी ठोकर खाई कुछ ठोकर इतनी उम्दा थी, जिससे पत्ते ने नई आकृति पाई आकृति के इस दौर में उसको एक नई डोर मिली। डोर पाकर पता इतराया उसने खुद को पतंग पाया, अब उसने आकाश में रंग दिखाया अपने  साथ रंगीन कोने  बंधे, एक दिन तूफान में डोर टूटी, पतंग छूटा अब पतंग फिर पत्ता बना, फिर यह अभिलाषा की, कि  नए पत्ते के लिए  खाद बनूं पत्ते कि जब उड़ान इतनी है तो फिर यह अभिलाषा क्यों? तो फिर यह अभिलाषा क्यों?                                      मोहन

देबु  दा मोन कोरता है ....

देबु  दा मोन कोरता है .... जितने लोग बर्थडे मैसेज भेजें उतने मैं शब्द  तो  लिखूं, जितना तू खुश रहता है उतनी बर्थ डे दुआएं भेजूं, जितने दिन तू दूर है कम से कम उतने सेकंड मैं साथ बिताऊं। देबु  दा मोन कोरता है .... जितने तेरे दोस्त हैं उतने मैं कुल  लोग तो जानू, जितनी तुमने बंगाली मिठाइयां खाई उतनी मिठाइयों के नाम तो जानू, जितनी तूने दारू पीयी उतनी मैं कोल्ड ड्रिंक तो पीऊं। देबु  दा मोन कोरता है .... जितने तूने आईलैंड देखे उतने मैं गांव तो देखूं, जितने तूने कैक्टस लगाए उतनी में फुलवारी तो लगाऊं, जितने तूने अखबार पढ़े उतने मैं समाचार तो पढ़ूं, जितनी राजनीतिक टिप्पणियां भेजी उतनी कुल टिप्पणियां तो देखूं। देबु  दा मोन कोरता है .... आज सारी दुआएं दे दूं हैप्पी बर्थडे  देबु  दा।।

Valentine !Valentine !

on the occasion of pre-evening of  Valentine Day I would like to share with you my hearty feelings for someone .Though  such feelings are considered bad in Indian society at the age of 50 +. but I think now east is turning to west &  India is changing and today's India is not merely" Heer- Ranjha" India but we live in the era of Diggi Raja, being a big fan of Diggi Raja here I am bringing my poem about my  Valentine 2018:- पीला चुनर और नख नीले होंठ भी खिले-खिले गौर वर्ण और गहरे नैना चेहरे पर देते  हैं उपमा बसंत का पर्याय है शब्दों से मधुर है दूरी से दूर है VC में मौन है Chatting में तंग है आवाज में कशक है इसलिये हमारे दिल में इश्क है। बातों में अपनत्व है खुद से ज्यादा दूसरे का महत्व है सब्ज बाग से दूर है उम्र से मेच्योर है जोब से व्यस्त है परिवार से स्वस्थ है हमारे मन में अवस्थित है। सुबह -शाम का व्यवहार है वर्तमान में खुशगवार है जीने का जज्बा है तभी हम पर कब्जा है वेलेन्टाइन जरूरी है क्या यह ख्याल गैर जरूरी है।।       Happy Valentine Day to a