सिर पर साया December 16, 2025 सिर से साया उठ जाना समझ में यह तब आया घर में चौकी सूनी देखी चोबारा खाने को आया रिश्तेदारों की खातिर कैसी ? कुनबे की क्या है माया ? बात यह मैं किससे पूछूं बस नजरों को मैंने अपने ही पैरों में झुका हुआ पाया।। तृतीय पुण्यतिथि पर सादर नमन 🙏 🙏 Read more