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Showing posts from May, 2022

प्रसारण

जिसकी  खाई  बाजरी उसकी ठीक बजाई हाजरी।।

सोनल

तुम रौनक इस जहां की मैं सुना एक सड़क सा तु इसके किनारे रुक जाए हर दृश्य में रंग भर जाए घटाओं की जरूरत कहां जब तेरी जुल्फें लहराए तुझको देखूं एकटक मैं बन बिजली का खंबा क्रीम सूट , उन्मुक्त बांहें देख भरता मैं हूं आहें कर महसूस खुश्बू हवा में लगे जमीन पर उतरी  रंभा।।

अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस

चाय मायके, चाय ससुराल चाय कार्यस्थल, चाय पार्टी चाय सखियां करें धमाल।  चाय दूध की, चाय ग्रीन चाय सुबह , चाय शाम चाय बनाये कई काम ।  चाय असमिया ,चाय बंगाली पियो गिलास या फिर प्याली चाय की शालीनता है निराली।  'टी' सीटी की चाय पिंक सिटी में आए कुल्लड़ भर -भर पी जाए जुगों जीने का ख्याल जगाए।  चाय का दिन है आज चाय बिना पर कौन सा दिन भरता है परवाज चाय है सच  में मेरे देश का आज।।