सहता है जीवन उम्र भर ,बे-खबरी की खामी कब ली जायेगी,मेरे बारे में फैसलों में, मेरी हामी मोड़ दिया जब चाहा, मेरा जीवन हर मोड़ पर हर तरफ संदेह के घेरे अनचाहे मिले मन को तरसाती रही लेकिन यह इच्छा मेरे बारे में फैसलों में कभी तो ली जाएगी मेरी हामी जीवन की हर राह पर मिली है बेबसी जान कर भी मैं कुछ ना कर सकी बस इस आशा में कटती रही उम्र मेरी शायद उम्र के अगले पड़ाव में ली जाएगी मेरे बारे में फैसलों में मेरी हामी कहती गई उम्र की ढलती हुई अवस्थाऐं बाप और पति ना सही, बेटा तो लेगा तेरी सलाहें लेकिन अब तक नहीं आया ऐसा दिन जिसमें मेरे बारे में फैसलों में ली हो मेरी हामी कट ही रही है उम्र मेरी जैसे अब तक कटी लेकिन अब वक्त आ गया है मैं काट दूं यह बेबसी की बेड़ियां हमेशा के लिए मुझे अब स्वयं ही दूर करनी है यह तंत्र की खामी तब ही मिलेगी मेरे बारे में फैसलों को मेरी हामी Today is International day of girl child. Let us support their right in decision making about their lives. The theme is "My Voice, O ur equal future"