अभी तक बुद्धि फिरते देखी अब हालात बदलते देख रहे हैं कभी बेटा बुढ़ापे की लाठी कहा जाता था परिवार उस पर इतराता था जब जिम्मेदारियां नहीं निभाता था तब बुद्धि फिरा कहा जाता था। ...
A person Angel on earth Lactates us on birth Teaches us a truth that Life's graph is not smooth Brings us to youth Never talks of her own health And shortage of wealth Never expects anything Even in worst of her times Gives blessings to us In rhymes and Onward difficult times Can't see our tears Even in her last times Our soul is connected to mom To such an extent that in Every difficult moment Our soul calls "Oh my Mom" Once again guide me home
जब मास्क नहीं लगाते हो फिर क्यों आते हो? ना हाथ मिलाना, ना गलबहियां करना बस आंखें मिला लेना जल्दी-जल्दी अभी फिजां है कुछ बदली-बदली सांसें अभी सांसत में हैं क्यों ...
कभी जंगल काटता कभी ग्लेशियर काटता अब जानवरों तक पहुंच गया आदमी खतरे में पड़ गया पर्यावरण ऋतुओं का बिगड़ गया आभरण क्यों नहीं सोचा जो होगा पर्यावरण के साथ वही तो पाएगा यह प...
तुम आए थे यूपी से कुरुक्षेत्र भू पर जैसे वर्षा के अंदर सावन संगीत ,मस्ती ,उल्लास रेक में बिखरे होता था ओपन एयर थिएटर मनभावन अंगों की थिरकन ने आंखों को लूटा संगीत कंठ का था हर ...